शेरावाली माँ मेरी,
कमाल कर दी,
कमाल कर दी,
ये तो झोली भरे,
ना मलाल कर दी।।
माँ की ममता सबसे निराली,
सब से निराली,
सब से निराली,
सेवा से इनकी हर दिन दिवाली,
हर दिन दिवाली,
हर दिन दिवाली,
माँ तो बच्चो का अपने,
खयाल कर दी,
खयाल कर दी,
ये तो झोली भरे,
ना मलाल कर दी।।
माँ से प्रीत बढाले तू प्यारे,
बढाले तू प्यारे,
बढाले तू प्यारे,
शिकवे दिल के मिटाले तू सारे,
मिटाले तू सारे,
मिटाले तू सारे,
माँ तो दूनिया को पल में,
निहाल कर दी,
निहाल कर दी,
ये तो झोली भरे,
ना मलाल कर दी।।
झूठे रिश्ते नातो को छोडो़,
नातो को छोड़ो,
नातो को छोडो़,
माँ के चरणों दिल अपना जोडो,
दिल अपना जोडो,
दिल अपना जोडो,
दुखी मन को मां मेरी,
खुशहाल कर दी,
खुशहाल कर दी,
ये तो झोली भरे,
ना मलाल कर दी।।
‘सुरेन्द्र सिंह’ गाए जब ये तराना,
जब ये तराना,
जब ये तराना,
मस्ती में मस्त हो नाचे जमाना,
नाचे जमाना,
नाचे जमाना,
सारी चिंता माँ पल में,
बहाल कर दी,
बहाल कर दी,
ये तो झोली भरे,
ना मलाल कर दी।।
शेरावाली माँ मेरी,
कमाल कर दी,
कमाल कर दी,
ये तो झोली भरे,
ना मलाल कर दी।।
गायक / प्रेषक – सुरेन्द्र सिंह निठौरा।
9999641853
https://youtu.be/9RqDmGYVTX4