खाटू वाले सांवरे,
मैं तेरे द्वार आ गई।
दोहा – सजा है आज तेरा दरबार सांवरे,
आई हूँ मैं लेके उपहार सांवरे,
आये हैं कितने बिगड़ी किस्मत लेके,
पल में तूने दी है संवार सांवरे।
करने आज मैं नज़ारा,
तेरे धाम का,
खाटू वाले सांवरे,
मैं तेरे द्वार आ गई,
तेरे द्वार आ गई,
दरबार आ गई,
दरबार आ गई,
द्वार आ गई,
करने आज मैं नज़ारा,
तेरे धाम का,
खाटु वाले साँवरे,
मैं तेरे द्वार आ गई।।
तेरे सिवा मुझे,
कुछ ना भाये,
तेरी और ये दिल,
खिंचा आये,
जादू है ये श्याम,
तेरे श्रृंगार का,
तुमसे मिलने को होके,
बेकरार आ गई,
तन पे डाल के ये,
चोला तेरे नाम का,
खाटु वाले साँवरे,
मैं तेरे द्वार आ गई।।
ले के बाबा,
नाम तुम्हारा,
मिट गया दुःख,
पल में हमारा,
तूने दिया मुझे,
सुख संसार का,
करने शुक्राना,
तेरे दरबार आ गई,
लेके हाथों में निशान,
तेरे नाम का,
खाटु वाले साँवरे,
मैं तेरे द्वार आ गई।।
तेरे दरस की,
अखियाँ प्यासी,
मुझे बना लो,
चरणों की दासी,
दे दो मौका बाबा,
सेवा सत्कार का,
तेरी सेवा करने बनके,
सेवादार आ गई,
पाने आज मैं,
सहारा तेरे प्यार का,
खाटु वाले साँवरे,
मैं तेरे द्वार आ गई।।
करने आज मैं नज़ारा,
तेरे धाम का,
खाटू वाले साँवरे,
मैं तेरे द्वार आ गई,
तेरे द्वार आ गई,
दरबार आ गई,
दरबार आ गई,
द्वार आ गई,
करने आज मैं नज़ारा,
तेरे धाम का,
खाटु वाले साँवरे,
मैं तेरे द्वार आ गई।।
Singer – Aparna Mishra