तू ध्यान कर्म पे लाले,
दुनिया जो कहवै कहण दे।।
जै बोलैगा नीत सच्चाई,
चिड़ ज्यां झुठे लोग लुगाई,
तु दिल मजबूत बणाले,
दुनिया जो कहवै कहण दे,
तु ध्यान कर्म पै लाले,
दुनिया जो कहवै कहण दे।।
बहोत लोग चालाक मीलेंगे,
प्यारे बणकै चाल चलैंगे,
वाणी पै काबू पाले,
दुनिया जो कहवै कहण दे,
तु ध्यान कर्म पै लाले,
दुनिया जो कहवै कहण दे।।
जिसनै ध्यान कर्म पै लाया,
रही शीश पै हर की छाया,
या मन म्ह बात बैठाले,
दुनिया जो कहवै कहण दे,
तु ध्यान कर्म पै लाले,
दुनिया जो कहवै कहण दे।।
साच बोलकै मतन्या डरीए,
जुटया रह रामधन कागसरीए,
तु ओम गुरु नै ध्याले,
दुनिया जो कहवै कहण दे,
तु ध्यान कर्म पै लाले,
दुनिया जो कहवै कहण दे।।
तू ध्यान कर्म पे लाले,
दुनिया जो कहवै कहण दे।।
गायक / लेखक – रामधन गोस्वामी कागसर।
9991051392
प्रेषक – गजेन्द्र स्वामी कुड़लण।
जिला करनाल। 9996800660