मेरी प्यारी जननी माँ,
मेरी प्यारी जननी मांँ,
तू है जग म्ह महान,
तनै दिखाया जहान,
मेरी प्यारी जननी मांँ,
मेरी प्यारी जननी मांँ।।
तर्ज – मनै जाणा बाला जी।
इस धरती पै सबतै शीली,
तेरे आंँचल की छां हो सै,
ममता के मंदिर की मूरत,
और नहीं कोई माँ हो सै,
मैं हूं मूर्ख नादान,
मांँ तू बड़ी दयावान,
मेरी प्यारी जननी मांँ,
मेरी प्यारी जननी मांँ।।
तू ही लक्ष्मी तू ही दुर्गा,
तू ही माता पार्वती,
जै तू राजी रहै माँ मेरी,
जग जननी ना दूर कती,
तेरा दिया वरदान,
टाल सकै ना भगवान,
मेरी प्यारी जननी मांँ,
मेरी प्यारी जननी मांँ।।
तेरे बिना के श्यान सै मेरी,
तू ही मेरी पिछाण सै माँ,
तेरा दिया यो शरीर सै मेरा,
तेरे दिये ही प्राण सैं माँ,
सै अनूठा तेरा प्यार,
सब झूठा संसार,
मेरी प्यारी जननी मांँ,
मेरी प्यारी जननी मांँ।।
तेरा ‘गजेन्द्र’ कर्ज तार दे,
इतनी ना औकात मेरी,
इतना दे दिए मौका कर दूं,
सेवा मै दिन-रात तेरी,
करै ‘लक्की’ ना टाल,
तेरा राखेगा ख्याल,
मेरी प्यारी जननी मांँ,
मेरी प्यारी जननी मांँ।।
मेरी प्यारी जननी माँ,
मेरी प्यारी जननी मांँ,
तू है जग म्ह महान,
तनै दिखाया जहान,
मेरी प्यारी जननी मांँ,
मेरी प्यारी जननी मांँ।।
लेखक – गजेन्द्र स्वामी कुड़लण वाले।
9996800660
गायक – लक्की शर्मा पिचौलिया वाले।
9034283904