जसोल री धनीयानी माजीसा,
डांसरिया में बिराजे मां,
मालानी री महारानी माजीसा,
टाडगढ़ में बिराजे,
पग पग परचा पडे आपरा,
जग में ज्योत सवाई,
आव आव म्हारी मां भटियानी सा,
इति कठे देर लगाई।।
डांसरिया में मात स्वरुपा रो,
धाम सोवनो लागे ओ मां,
टाडगढ़ मे माजीसा रो,
धाम सोवनो लागे ओ मां,
अरे सांझ सवेरे होवे आरती,
झालर शंख बाजे ओ,
मां सांझ सवेरे होवे आरती,
घूमर रो ढोल बाजे ओ मां,
जसोल री धणियाणी माजीसा,
डांसरिया में बिराजे माँ,
पग पग परचा पडे आपरा,
जग में ज्योत सवाई,
अरे आव आव म्हारी मां भटियानी सा,
इति कठे देर लगाई।।
मंगल शनि रविवार ने मैया,
मेलो जोर भरीजे ओ मां,
बीज तेरस ने डांसरिया में,
मेलो जोर भरीजे ओ मां,
अरे दूर देशारा आवे जातरु,
निवन करे नर नारी,
ओ मैया दूर देशारा आवे जातरु,
निवन करे नर नारी ए मां,
अरे मालानी री महारानी माजीसा,
टाडगढ़ मे बिराजे,
पग पग परचा पडे आपरा,
जग में ज्योत सवाई,
अरे आव आव म्हारी मां भटियानी सा,
इति कठे देर लगाई।।
सवाई सिंह जी लाल बन्ना संग,
हेले हाजिर आवो म्हारी मां,
सात बहनो रो झुलरो मां,
बायोसा ने लावो ए मां,
दुखिया रा दुखड़ा हर लिजो,
मायड़ मोत्या वाली,
दुखिया रा दुखड़ा हर लिजो,
माजीसा महारानी ए मां,
जसोल री धणियाणी माजीसा,
डांसरिया में बिराजे माँ,
पग पग परचा पडे आपरा,
जग में ज्योत सवाई,
अरे आव आव म्हारी मां भटियानी सा,
इति कठे देर लगाई।।
मात कालका मात मेलडी रा,
परचा जग में भारी ओ मां,
अरे डांसरिया में भवानी बिराजे,
कारज भगतो रा कारज सारे ओ मां,
अरे नवग्रह नायक शनि बिराजे,
हनुमंत है बलशाली ओ,
नवग्रह नायक शनि बिराजे,
हनुमंत है बलशाली,
मालानी री महारानी माजीसा,
टाडगढ़ मे बिराजे मां,
पग पग परचा पडे आपरा,
जग में ज्योत सवाई,
अरे आव आव म्हारी मां भटियानी सा,
इति कठे देर लगाई।।
जो नर साची परिक्रमा लगावे,
मनावंछित फल पावे ओ मां,
भक्तराज कुशाल सिंह जी,
साचा आखा देवे म्हारी मां,
भूल्या ने भटकिया ने माजीसा,
साची राह बतावे ओ,
भूल्या ने भटकिया ने माजीसा,
साची राह बतावे म्हारी मां,
जसोल री धणियाणी माजीसा,
डांसरिया में बिराजे माँ,
पग पग परचा पडे आपरा,
जग में ज्योत सवाई,
अरे आव आव म्हारी मां भटियानी सा,
इति कठे देर लगाई।।
रुपेन्द्र सिंह जी चंवर ढुलावे,
नित उठ थाने ध्यावे म्हारी मां,
अंजू बाईसा करे सेवना,
बैंगलोर नगरी माई ओ मां,
अरे भोला भगतो री लजीया राखो,
माजीसा महारानी ए मां,
भोला भगतो पे किरपा करजो,
मायड़ मोत्यावाली,
मालानी री महारानी माजीसा,
टाडगढ़ में बिराजे मां,
जसोल री धणियाणी माजीसा,
डांसरिया में बिराजे माँ,
पग पग परचा पडे आपरा,
जग में ज्योत सवाई,
अरे आव आव म्हारी मां भटियानी सा,
इति कठे देर लगाई।।
रायपुर सु ‘मनीष सीरवी’,
नित उठ शिश निवावे म्हारी मां,
‘विक्रम सिंह राजपुरोहित’,
थारा ही गुण गावे म्हारी मां,
अरे नाव पड़ी मझधार माजीसा,
भवसु पार लगावो म्हारी मां,
अरे नाव पड़ी मझधार रानीसा,
भवसु पार लगावो म्हारी मां,
जसोल री धणियाणी माजीसा,
डांसरिया में बिराजे माँ,
पग पग परचा पडे आपरा,
जग में ज्योत सवाई,
अरे आव आव म्हारी मां भटियानी सा,
इति कठे देर लगाई।।
जसोल री धनीयानी माजीसा,
डांसरिया में बिराजे मां,
मालानी री महारानी माजीसा,
टाडगढ़ में बिराजे,
पग पग परचा पडे आपरा,
जग में ज्योत सवाई,
आव आव म्हारी मां भटियानी सा,
इति कठे देर लगाई।।
गायक – विक्रम सिंह जी राजपुरोहित।
प्रेषक/लेखक – मनीष सीरवी।
रायपुर जिला ब्यावर राजस्थान।
9640557818