गाँव बिलाड़ा मायने,
म्हारी आई माताजी रो धाम,
माताजी ने, जगदम्बा ने,
कुलदेवी ने मै तो ध्यावु रे,
लेवु मैया रो नाम,
माताजी ने मै तो पुजु रे,
जपु आईजी रो जाप।।
बिलाड़ा देवो री नगरी,
जटे बिराजे कुल धनीयाणी,
बिलाड़ा धरती प्यारी,
जटे हुआ बलि राजा दानी,
अम्बापुर जीजी केवाया,
बिलाड़ा में आई मां पुजाया,
मां अंतर ध्यान होया,
ज्योति मे आप समाया,
गांव बिलाडा मायने,
म्हारी आई माताजी रो धाम।।
मां अखण्ड ज्योत जगाई,
केसर तो बरसे भारी,
सीरवीयो री कुल ज्योति,
मां भक्ता री रखवाली,
मां बैल री असवारी,
थारी मूरत लागे प्यारी,
मां आई पंथ मार्ग बताई,
डोराबंध जण हर्षायी,
गांव बिलाडा मायने,
म्हारी आई माताजी रो धाम।।
दिवान हुआ तपधारी,
ए नगर बिलाड़ा माई,
रोहित दासजी भक्ति कमाई,
मां प्रगट हुआ मां आई,
मां कलयुग री अवतारी,
थारी लीला सबसु न्यारी,
दीवानों ने पर्चों बताई,
मां वंश वेल ने बढ़ाई,
गांव बिलाडा मायने,
म्हारी आई माताजी रो धाम।।
मां बाण गंगा रो पानी,
जो नहावे मिटे बिमारी,
मोजडी सु धुल जडाई,
मां जीजी पाल बनाई,
पेतालीया वास कहाई,
थारी महीमा वर्णी न जाई,
मां भेद भाव ने मिटाई,
आ धर्म ध्वजा लहराई,
गांव बिलाडा मायने,
म्हारी आई माताजी रो धाम।।
कल्पवृक्ष री छाया,
आ जगदम्बा री माया,
परिकरमा नर जो लगाया,
मां सबरी आस पूराया,
आ बीज चांदनी आवे,
भादरवा में मेलो भरावे,
ए नर नारी द्वारे आवे,
माताजी रा दर्शन पावे,
गांव बिलाडा मायने,
म्हारी आई माताजी रो धाम।।
ए जती प्रेमा बाबा जी आवे,
मां आईजी री आरती उतारें,
मां ढोल नगाड़ा बाजे,
थारा भक्त जयकार लगावे,
ए माधव सिंह जी ध्यावे,
आई पंथ रा दीवान कहलावे,
ओ सीरवी समाज मनावे,
माताजी रा हर जश गावे,
गांव बिलाडा मायने,
म्हारी आई माताजी रो धाम।।
ए गांव चांगवा सु आवे,
‘राकेश’ मां आई ने मनावे,
ओ ‘मनीष’ कलम चलावे,
मां आईजी ने हिरदे बसावे,
ओ ‘प्रकाश देवासी’ गावे,
माताजी रा दर्शन पावे,
आ ‘अनिता सिसोदिया’ गावे,
मां आईजी रा दर्शन पावे,
गांव बिलाडा मायने,
म्हारी आई माताजी रो धाम।।
गाँव बिलाड़ा मायने,
म्हारी आई माताजी रो धाम,
माताजी ने, जगदम्बा ने,
कुलदेवी ने मै तो ध्यावु रे,
लेवु मैया रो नाम,
माताजी ने मै तो पुजु रे,
जपु आईजी रो जाप।।
गायक – प्रकाश जी देवासी एवं,
अनिता जी सिसोदिया।
लेखक / प्रेषक – मनीष सीरवी।
रायपुर जिला ब्यावर राजस्थान।
9640557818