हम श्याम के दीवाने,
हारे के जो है सहारे,
हारे के जो है सहारे,
जब तक सांस चलेगी खाटू आएंगे,
खाटू की रज को माथे से लगाएंगे।।
तर्ज – हम प्यार करने वाले।
सुना है हमने हार के तेरे,
दर पे जो भी आता है,
खाटू की धरती पे आकर,
हार को जीत बनाता है,
जब से तेरी शरण में आए,
जीवन के सारे सुख पाए,
हम है तेरे नौकर बाबा,
हम है तेरे नौकर बाबा,
हाजरी रोज लगाएंगे,
जब तक सांस चलेगी खाटू आएंगे,
खाटू की रज को माथे से लगाएंगे।।
जब जब हमने भाव से तेरे,
भजनों को प्रभु गाया है,
जब भी हारी हिम्मत हमने,
मंजिल तक पहुंचाया है,
आंखो से है बहता पानी,
तुमने लिखी है मेरी कहानी,
तेरी चौखट पे आके प्रभु,
तेरी चौखट पे आके प्रभु,
नैया पार लगाएंगे,
जब तक सांस चलेगी खाटू आएंगे,
खाटू की रज को माथे से लगाएंगे।।
रिंगस से खाटू तक चलकर,
पैदल जो भी आता है,
सारी इच्छा पूरी होती,
जो भी निशान चढ़ाता है,
‘राम श्याम’ तेरी शरण में आए,
खाली ना तेरे दर से जाए,
बाबा तेरी कृपा रही तो,
बाबा तेरी कृपा रही तो,
हर ग्यारस हम आएंगे,
जब तक सांस चलेगी खाटू आएंगे,
खाटू की रज को माथे से लगाएंगे।।
हम श्याम के दीवाने,
हारे के जो है सहारे,
हारे के जो है सहारे,
जब तक सांस चलेगी खाटू आएंगे,
खाटू की रज को माथे से लगाएंगे।।
Singer – Ram Shyam Bandhu