लाज हमारी जान से प्यारी,
तुम ना रखोगे कौन रखेगा,
तुम ना रखोगे कौन रखेगा,
तुम ना रखोगे कौन रखेगा,
तूने दिया है सबको सहारा,
तुम ना रखोगे कौन रखेगा।।
तर्ज – और इस दिल में।
लाज का मोती लेके,
आया मै तेरे द्वारे,
मैंने तो सबकुछ वारा,
हुए तेरे हवाले,
सांझ सवेरे तुझको निहारे,
कर दो ना एहसान,
कर दो ना एहसान,
बुझता दिया ये,
कैसे जलेगा,
तुम ना रखोगे कौन रखेगा,
तुम ना रखोगे कौन रखेगा।।
लुटा दिया सबकुछ मैंने,
अब तो लाज बची है,
तू ही है सब की करता,
अब ये आस लगी है,
लाज का मैंने किया किनारा,
तुझपे है अरमान,
तुझपे है अरमान,
तेरी नजर से कैसे बचेगा,
तुम ना रखोगे कौन रखेगा,
तुम ना रखोगे कौन रखेगा।।
मैंने जो पाप किये है,
कर्म से लोभ किये है,
मैंने न कुछ कमाया,
दर्द के बोझ लिए है,
आज मै अपना गुनाह जो मानु,
कर देना कल्याण,
कर देना कल्याण,
झुक गया जो, कैसे उठेगा,
तुम ना रखोगे कौन रखेगा,
तुम ना रखोगे कौन रखेगा।।
पोंछकर आंसू मेरे,
गले से मुझको लगालो,
मैंने जो जितना सूना है,
उसे तुम पूरा दिखा दो,
हार के तेरे दर जो आया,
राजू को दो ज्ञान,
राजू को दो ज्ञान,
रोता हुआ ये कैसे हसेगा,
तुम ना रखोगे कौन रखेगा,
तुम ना रखोगे कौन रखेगा।।
लाज हमारी जान से प्यारी,
तुम ना रखोगे कौन रखेगा,
तुम ना रखोगे कौन रखेगा,
तुम ना रखोगे कौन रखेगा,
तूने दिया है सबको सहारा,
तुम ना रखोगे कौन रखेगा।।
Singer / Lyrics – Rajiv Garg ‘Raju’