मैं तो उबा सांवरिया थारे बारणे,
अब तो देवों देवों दर्शन दिनानाथ,
भगता की लजिया राखज्यो।।
सावरा दुखियारा आया रे थारे बारणे,
अब तो मेटो नी दुखियारा दुखड़ा नाथ,
भगता की लजिया राखज्यो।।
सावरा उचो मंदरीयो थारो सोवणो,
ज्यामे जडीया जडीया सोना रा सितार,
भगता की लजिया राखज्यो।।
सावरा थाको सहारो माने भारी रे,
हेलो सुणता ही थे आज्यो दिनानाथ,
भगता की लजिया राखज्यो।।
सावरा कठे सुता वो सुख भर निंद में,
में तो आया आया थारोडे दरबार,
भगता की लजिया राखज्यो।।
सावरा देव शर्मा री सुणज्यो विनती,
थे तो राखो नी सदा यो सर पे हाथ,
भगता की लजिया राखज्यो।।
मैं तो उबा सांवरिया थारे बारणे,
अब तो देवों देवों दर्शन दिनानाथ,
भगता की लजिया राखज्यो।।
गायक – देव शर्मा आमा।
8290376657