फागुन का मेला आया,
की देखो क्या कमाल हो गया,
रंग भक्तों ने इतना उड़ाया,
की सारा खाटू लाल हो गया,
लगता है मुझको प्यारा,
मेले का गजब नजारा,
देखो सात रंगों से सजा है,
ये खाटू धाम हमारा,
जब श्याम ने बंसी बजाई,
तो चंग पे धमाल हो गया,
रंग भक्तों ने इतना उड़ाया,
की सारा खाटू लाल हो गया।bd।
लेकर के नौ मन केसर,
आई भक्तों की टोली,
मंदिर से आज निकलकर,
सांवरिया खेले होली,
जिसे श्याम ने रंग लगाया,
वो समझो निहाल हो गया,
रंग भक्तों ने इतना उड़ाया,
की सारा खाटू लाल हो गया।bd।
झूमे सारे मतवाले,
मुट्ठी भर रंग उछाले,
बारी बारी सब मिलकर,
सांवरिया पर रंग डाले,
मुरली जब छीन के तोड़ी,
कान्हा का बुरा हाल हो गया,
रंग भक्तों ने इतना उड़ाया,
की सारा खाटू लाल हो गया।bd।
सब घेर लियो ब्रज नारी,
सारे मिल देते गारी,
चोली चुनरी पहनाई,
पीतांबर श्याम की फारी,
ताली दे दे के नचाया,
कन्हैया तो निढाल हो गया,
रंग भक्तों ने इतना उड़ाया,
की सारा खाटू लाल हो गया।bd।
फागुन का मेला आया,
की देखो क्या कमाल हो गया,
रंग भक्तों ने इतना उड़ाया,
की सारा खाटू लाल हो गया,
लगता है मुझको प्यारा,
मेले का गजब नजारा,
देखो सात रंगों से सजा है,
ये खाटू धाम हमारा,
जब श्याम ने बंसी बजाई,
तो चंग पे धमाल हो गया,
रंग भक्तों ने इतना उड़ाया,
की सारा खाटू लाल हो गया।bd।
Singer – Sheetal Pandey Ji