हे काली गजब गाव महिनाम,
जाहि में आहाँ बिराजी माँ,
हे श्यामा गजब गाव महिनाम,
जाहि में आहाँ बिराजी माँ।।
पूरब दिस माँ दुर्गा बिराजथी,
चन्द्रेस्वर छैथ संग,
पश्चिम बाबा भूत नाथ छैथ,
पार्वती के संग,
ओहू ठाम अहि विराजी माँ,
हे श्यामा गजब गाव महिनाम,
जाहि में आहाँ बिराजी माँ।।
उत्तर में माँ काली बिराजी,
बाबा बालेस्वर नाथ,
दक्षिण हरिहर खूब सजल छैथ,
गौरी दाई के नाथ,
चारु दिस अहि बिराजी माँ,
हे श्यामा गजब गाव महिनाम,
जाहि में आहाँ बिराजी माँ।।
सीताराम जी के मंदिर चमके,
गाम बीच बजरंग बली बास,
बुरहा बाबा ब्रम्ह बाबा जी सबके,
पूर्ण करै छैथ आस,
सब मिल आहाँ के मनाबी माँ,
हे श्यामा गजब गाव महिनाम,
जाहि में आहाँ बिराजी माँ।।
धूप गूगल स मंदिर गमकै,
अड़हुल माला लाल,
अद्भुद रूप भक्त सब निरखैथ,
सबके करू निहाल,
‘प्यासा’ भजन सुनाबै माँ,
हे श्यामा गजब गाव महिनाम,
जाहि में आहाँ बिराजी माँ।।
हे काली गजब गाव महिनाम,
जाहि में आहाँ बिराजी माँ,
हे श्यामा गजब गाव महिनाम,
जाहि में आहाँ बिराजी माँ।।
गायक – हेमकांत झा प्यासा।
9831228059