चैत्र शुक्ल की नवमी,
शुभ सन्देशा लाई,
अवध नगरिया जन्म लियो,
श्री राम रघुराई,
सूर्य वंश के सूरज की,
महिमा देवो ने गाई,
बाबोसा के मंदिर में,
खुशियाँ ही खुशियाँ छाई,
प्रेम से बोलो जय श्री राम,
जय श्री राम जय श्री राम,
बाबोसा के मंदिर में,
गूंज रहा है जय श्री राम।।
त्रेता युग में विष्णु ने,
लिया मनुज अवतार,
कौशल्या दशरथ के नंदन,
बनकर आये द्वार,
राम नाम जब रखा प्रभु का,
देने लगे बधाई,
खुशियो की सौगात लेकर,
राम नवमी है आई,
बाबोसा के मंदिर मे,
खुशियाँ ही खुशियाँ छाई,
प्रेम से बोलो जय श्री राम,
जय श्री राम जय श्री राम,
बाबोसा के मंदिर मे,
गूंज रहा है जय श्री राम।।
त्रेता में श्री राम पधारे,
कलयुग में बाबोसा,
राम और बाबोसा का,
नाम दिल में हमेशा,
बाबोसा मंदिर में पधारे,
आज राम रघुराई है,
दिव्य ज्योति जलाकर देखो,
बाईसा हरषाई है,
बाबोसा के मंदिर मे,
खुशियाँ ही खुशियाँ छाई,
प्रेम से बोलो जय श्री राम,
जय श्री राम जय श्री राम,
बाबोसा के मंदिर मे,
गूंज रहा है जय श्री राम।।
श्री राममय हो जाती श्रष्टि ,
राम नवमी जब आती है,
बाबोसा मन्दिर मे,
भक्तो की कतार लग जाती है,
राम लखन हनुमत के संग में,
बैठी जानकी माई है,
राम नवमी की मिलकर,
‘दिलबर’ सबको आज बधाई है,
बाबोसा के मंदिर मे,
खुशियाँ ही खुशियाँ छाई,
प्रेम से बोलो जय श्री राम,
जय श्री राम जय श्री राम,
बाबोसा के मंदिर मे,
गूंज रहा है जय श्री राम।।
चैत्र शुक्ल की नवमी,
शुभ सन्देशा लाई,
अवध नगरिया जन्म लियो,
श्री राम रघुराई,
सूर्य वंश के सूरज की,
महिमा देवो ने गाई,
बाबोसा के मंदिर में,
खुशियाँ ही खुशियाँ छाई,
प्रेम से बोलो जय श्री राम,
जय श्री राम जय श्री राम,
बाबोसा के मंदिर में,
गूंज रहा है जय श्री राम।।
गायक – मोहित बोथरा।
रचनाकार – दिलीप सिंह सिसोदिया ‘दिलबर’।
नागदा जक्शन म.प्र. 9907023365