छाई है खुशियां जन्मदिन आया है,
बालाजी तेरे भक्त का मन हर्षाया है,
मांग लो दीवानों जितना भी चाहे,
बालाजी ने अपना माल लुटाया है।।
तर्ज – दूल्हे का सेहरा।
चड़ गई मस्ती तेरी दरबार ऐसा है,
पागल दीवाना हो गया श्रृंगार ऐसा है,
बरस रही है कृपा आनंद छाया है,
बालाजी तेरे भक्त का मन हर्षाया है।।
सज गए है बालाजी है ना कसर बाकी,
मन बसेरा कर रही हनुमान की झांकी,
जब जो मांगा है वो इनसे पाया है,
बालाजी तेरे भक्त का मन हर्षाया है।।
बज रहा डंका जहां में शोर है ऐसा,
है हजारों भक्त ना हनुमान के जैसा,
‘केशव’ कीर्तन में क्या रंग जमाया है,
बालाजी तेरे भक्त का मन हर्षाया है।।
छाई है खुशियां जन्मदिन आया है,
बालाजी तेरे भक्त का मन हर्षाया है,
मांग लो दीवानों जितना भी चाहे,
बालाजी ने अपना माल लुटाया है।।
Singer – Abhinav Aeran