गर तुम न सुनोगे तो,
किसको सुनाऊँगी,
मैं अपने दिल का हाल,
किसे बतालाउंगी,
गम के इस अंधियारे से,
कौन निकलेगा,
तुम बिन बाबोसा,
मुझको कौन सम्भालेगा,
यूँ ही नही जाऊँगी,
खाली इस दर से,
ओ बाबोसा,
कब लीले चढ़कर आयेगा,
आस तू ही विश्वास मेरा बाबोसा,
बाबोसा मेरी जान है,
तुमसे ही मेरी पहचान है।।
मेरे अपनो ने ही मुझ पर,
ये घात किया,
जल न सका मेरी,
उम्मीदों का वो दिया,
तेरी किरपा ने ही मुझको,
ना गिरने दिया,
दुख दर्द भरी ये दास्ता है,
तडपे है जिया,
आये विपदाएँ,
चाहे जितनी मगर,
फिर भी मैंने तो बस,
तेरा ही नाम लिया,
आस तू ही विश्वास मेरा बाबोसा,
बाबोसा मेरी जान हैं,
तुमसे ही मेरी पहचान है।।
जीतूंगी हर संकट को,
मैं ना मानु हार,
जब तक मेरे साथ है,
बाबोसा सरकार,
ओ बाबुल अपनी लाडो की,
सुनलो ये पुकार,
मेरे दिल का हाल सुनो,
ओ मेरे पालनहार,
आये देखो मेरे बाबोसा आये,
‘दिलबर’ जब दर्श किये,
छाई है खुशियां अपार,
‘रिया’ को है विश्वास तेरा,
बाबोसा मेरी जान हैं,
तुमसे ही मेरी पहचान है।।
गायिका – रिया जैन।
रचनाकार – दिलीप सिंह सिसोदिया ‘दिलबर’।
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