ये दामन तेरे आगे,
जब जब बिछा है,
मिला ही मिला है,
मिला ही मिला है।bd।
तर्ज – तेरा प्यार का आसरा।
मैं तेरी दया पर ही पल रहा हूँ,
तेरे सहारे से ही चल रहा हूँ,
गिरे जा रहा था,
गिरे जा रहा था,
संभल अब रहा हूँ,
मेरी आंख से जब,
कतरा गिरा है,
मिला ही मिला है,
मिला ही मिला है।bd।
है रुतबा बड़ा मेरा ये दुनिया समझती,
जाने ना तेरे बिन क्या है मेरी हस्ती,
तू ही तो लुटाता है,
तू ही तो लुटाता है,
जीवन में मस्ती,
तेरा हाथ सिर पे,
जब जब फिरा है,
मिला ही मिला है,
मिला ही मिला है।bd।
कुछ बात दिल में रखी है दबाकर,
इजाजत हो जो अब कह दूं सुनाकर,
‘कमल’ की ये दुनिया बदली,
‘कमल’ की ये दुनिया बदली,
तुम्हें श्याम पाकर,
जीवन का तूने जबसे,
थामा सिरा है,
मिला ही मिला है,
मिला ही मिला है।bd।
ये दामन तेरे आगे,
जब जब बिछा है,
मिला ही मिला है,
मिला ही मिला है।bd।
स्वर – संजय मित्तल जी।