चलो बागड़ में चालो रे,
गोरख का जन्मदिन आया।।
अपणी अपणी गाड़ी सजा ल्यो,
रंग भगमें की ध्वजा लगा ल्यो,
गुब्बारे रंगीन मंगाल्यो रै,
गोरख का जन्मदिन आया,
चलो बागड म चाल्लो रै,
गोरख का जन्मदिन आया।।
गंगाजल की टोकनणी भर ल्यो,
चंदन केसर रोली धर लयो,
चाल कै स्नान करा लो रै,
गोरख का जन्मदिन आया,
चलो बागड म चाल्लो रै,
गोरख का जन्मदिन आया।।
जय कारयां त शोर मचा दो,
डेरु चिमटे ढोल बजा दो,
बधाई सारे गालो रै,
गोरख का जन्मदिन आया,
चलो बागड म चाल्लो रै,
गोरख का जन्मदिन आया।।
गुरु सन्तां के चरण गजेन्द्र,
भरया प्रेम का गहरा सागर,
एक दो डुबकी लगा लो रै,
गोरख का जन्मदिन आया,
चलो बागड म चाल्लो रै,
गोरख का जन्मदिन आया।।
चलो बागड़ में चालो रे,
गोरख का जन्मदिन आया।।
गायक – लक्की पिचौलिया।
9034283904
लेखक – गजेन्द्र कुडलण।
9996800660