माँ काली तेरा सुन्ना पड़ा दरबार,
आज दे किलकार गुंजादे।।
तर्ज – बालाजी तेरी दुनिया दीवानी।
तेरे बिना तेरी ज्योति सुन्नी,
दिखी नहीं जीभ तेरी खूनी,
मां काली दिन सै तेरा शनिवार,
आज दे किलकार गुंजादे।।
झूम झूम कै आती क्यूं ना,
रोम मेरी करणाती कयूं ना,
तू आइए शव पै हो असवार,
आज दे किलकार गुंजादे।।
सब सोलह सिंगार धरा मां,
पान और पेड़ा तैयार धरा मां,
री दे दयूं तनै शरबत की धार,
आज दे किलकार गुंजादे।।
जुएं आला कृष्ण दर्शन चाहवै,
संतोष के सिर तू क्यूं ना आवै,
मां काली मंजीत करै प्रचार,
आज दे किलकार गुंजादे।।
माँ काली तेरा सुन्ना पड़ा दरबार,
आज दे किलकार गुंजादे।।
गायक – स्वर सम्राट कृष्ण जुंआ वाले।
9813297388
Upload By – Vijay Soni
9896945003