सुरती नाथ बता मेरे चेले,
मेने कौन सतावे से,
फिरे चुग्रदे धुने पे,
मैने निजरे आवे स।।
अंग भभुति मेरे रमती कोन्या,
लिचड़े स चिकनाई,
घी दूध से स्नान करे,
कोन से वा लिगाई,
करके कला सवाई र,
मैने कोन डिगावे स,
फिरे चुग्रदे धुने पे,
मैने निजरे आवे स।।
सुरती नाथ ने सुरती लाली,
कौनसे देश में,
जादू खोरी जाल गैरी री,
कोनसे भेस मैं,
हो गेरे स वा मेरी रेख,
जो माने खिलावे स,
फिरे चुग्रदे धुने पे,
मैने निजरे आवे स।।
सुरती नाथ नै सुरती लाली,
चारों खूंट म,
ददरेवा इक गांव बसे स,
बालू रेत म,
माता बाछल उसी देश में,
तेरी सेवा थारी स,
फिरे चुग्रदे धुने पे,
मैने निजरे आवे स।।
थर थर कांपे बदन डोलग्या,
छागी गणी उदासी,
बेरा ना कब फेर सुनो,
थम हे गोरख अविनासी,
जिले सिंह की काटो चोरसी,
जो तने बतावे स,
फिरे चुग्रदे धुने पे,
मैने निजरे आवे स।।
सुरती नाथ बता मेरे चेले,
मेने कौन सतावे से,
फिरे चुग्रदे धुने पे,
मैने निजरे आवे स।।
Singer – Rajphool Kuchrania
Upload – Kala Jogi bhda khera
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