खाटू वाले श्याम की,
मुझ पे किरपा है अपार,
इसकी दया के कारण,
इसकी दया के कारण,
आज सुखी मेरा परिवार,
खाटू वालें श्याम की,
मुझ पे किरपा है अपार।bd।
हार गया था श्याम प्रभु,
तब जाके तेरा दरबार मिला,
दयानिधि दयावान दयालु,
तुझ सा पालनहार मिला,
अपने साए में रखा,
अपने साए में रखा,
सदा तूने लखदातार,
खाटू वालें श्याम की,
मुझ पे किरपा है अपार।bd।
पतझड़ से जीवन में खिला दिए,
तूने रंग बिरंगे फूल,
हर गलती को माफ कर दिया,
समझ के मेरी पहली भूल,
ना छोड़ना बीच भवर में,
ना छोड़ना बीच भवर में,
थामे रहना मेरी पतवार,
खाटू वालें श्याम की,
मुझ पे किरपा है अपार।bd।
तेरे इस दरबार की शोभा,
सारे जग से न्यारी है,
तेरे जैसा देव ना दूजा,
तू तो बड़ा दातारी है,
‘रूबी रिधम’ से प्रेम बढ़ाया,
‘रूबी रिधम’ से प्रेम बढ़ाया,
बाबा मुझपे तेरा उपकार,
खाटू वालें श्याम की,
मुझ पे किरपा है अपार।bd।
खाटू वाले श्याम की,
मुझ पे किरपा है अपार,
इसकी दया के कारण,
इसकी दया के कारण,
आज सुखी मेरा परिवार,
खाटू वालें श्याम की,
मुझ पे किरपा है अपार।bd।
Singer – Vikas Gupta