करूँ बार बार प्रणाम,
रविदास गुरू जी थारे चरणा में।।
जात पात का भेद मिटाया,
सब जियु एक सार बताया,
तुम सब त बडे महान,
रविदास गुरू जी थारे चरणा में।।
थारे बिना मेरा को रूखाला,
थारे नाम की रटु सु माला,
मने दे दीयो इतना ज्ञान,
रविदास गुरू जी थारे चरणा में।।
मीरा और कमाली तारी,
अब गुरू जी मेरी बारी,
करो छोटा सा मेरा काम,
रविदास गुरू जी थारे चरणा में।।
तेरे नाम की जो रटता माला,
न्यु कहरया ओम धनौरी आला,
मिलया जीवन में आराम,
रविदास गुरू जी थारे चरणा में।।
करूँ बार बार प्रणाम,
रविदास गुरू जी थारे चरणा में।।
गायक – ओम प्रकाश गहलोत धनौरी।
99964-50374