तेरा डम डम डमरू बाजे,
हो भोला भण्डारी,
हो भोला भण्डारी।।
शिव शंकर मेरा भोला भाला,
तन पै बांधे यो मृग कि छाला,
इसको कहते हैं सब त्रिपुरारी,
हो भोला भण्डारी,
हो भोला भण्डारी।।
कैलाश पे रहता है डमरू वाला,
गल में इसके सर्पों की माला,
करता नन्दी की सवारी,
हो भोला भण्डारी,
हो भोला भण्डारी।।
सृष्टि का है वो रखवाला,
पीता है वो विष का प्याला,
इसकी महिमा है सबसे न्यारी,
हो भोला भण्डारी,
हो भोला भण्डारी।।
ईश्वर कुटेल है तेरा दिवाना,
पूजे तुझको सारा जमाना,
रविन्द्र भट्टी है तेरा पूजारी,
हो भोला भण्डारी,
हो भोला भण्डारी।।
तेरा डम डम डमरू बाजे,
हो भोला भण्डारी,
हो भोला भण्डारी।।
गायक – रविन्द्र भट्टी।
लेखक – ईश्वर कुटेल / रविन्द्र भट्टी