तू सोच ना पायेगा,
ऐसा ये खेल रचायेगा,
चिंता तेरे जीवन की,
चिंता तेरे जीवन की,
श्याम मिटायेगा,
तू सोंच ना पाएगा,
ऐसा ये खेल रचायेगा।।
इनके भरोसे जब हो जाएगा,
संग मे हरपल इनको पायेगा,
गफ़लत में खोया रह जाएगा,
काम तेरा अटका बन जाएगा,
रहमत की किरपा तुझपे,
रहमत की किरपा तुझपे,
ये बरसायेगा,
तू सोंच ना पाएगा,
ऐसा ये खेल रचायेगा।।
सेवा इनकी जब भी बजाएगा,
उलझन तेरी ये सुलझायेगा,
प्रेम भाव से भजन सुनाएगा,
अपने मन को हल्का पाएगा,
बाहो में भर कर तुझको,
बाहो में भर कर तुझको,
गले लगायेगा,
तू सोंच ना पाएगा,
ऐसा ये खेल रचायेगा।।
हर परिणाम को तू जो स्वीकारे,
बाबा की मर्ज़ी है ये मानें,
बेहतर तेरा मलिक सोच रहा,
ऐसा अपने दिल को समझाले,
‘मोहित’ बातों पे अमल हो,
‘मोहित’ बातों पे अमल हो,
तू सुख पायेगा,
तू सोंच ना पाएगा,
ऐसा ये खेल रचायेगा।।
तू सोच ना पायेगा,
ऐसा ये खेल रचायेगा,
चिंता तेरे जीवन की,
चिंता तेरे जीवन की,
श्याम मिटायेगा,
तू सोंच ना पाएगा,
ऐसा ये खेल रचायेगा।।
Singer – Priyanka Shyam Diwani
8107212271
Lyricist – Mohit Kanoi