सावन में झुलाओ झूला,
हमारे बांके बिहारी को,
बांके बिहारी को,
हमारी राधा प्यारी को,
सावन में झुलाओं झूला,
हमारे बांके बिहारी को।।
तर्ज – मिश्री से मीठो नाम हमारी।
फूलन के बंगले में बिराजे,
बांके बिहारी जी,
मन भावन है श्रृंगार,
हमारो बांके बिहारी को,
सावन में झुलाओं झूला,
हमारे बांके बिहारी को।।
निधिवन में तो झूला झूले,
बांके बिहारी जी,
दे झोंटा सब ब्रज नार,
हमारो बांके बिहारी को,
सावन में झुलाओं झूला,
हमारे बांके बिहारी को।।
श्री हरिदास के प्यारे प्यारे,
बांके बिहारी जी,
गुण गाओ सब मिल आज,
हमारो बांके बिहारी को,
सावन में झुलाओं झूला,
हमारे बांके बिहारी को।।
सावन में झुलाओ झूला,
हमारे बांके बिहारी को,
बांके बिहारी को,
हमारी राधा प्यारी को,
सावन में झुलाओं झूला,
हमारे बांके बिहारी को।।
स्वर – देवी हेमलता शास्त्री जी।