गोकुल में मतना जाईए रे काले,
गुजरा की गाल।।
तू दूध दही का बड़ा रे दीवाना,
आवै गुजरी मारेगी ताना,
तू मतना लहू जलाईए रे काले,
देवैगी गाल,
गोकुल में मत ना जाईये रे काले,
गुजरा की गाल।।
हाथ जोड़के तनै रै बुलावै,
माखन देे दे खूब नचावै,
तू मतना पैर फसाईये रै काले,
धोखे का जाल,
गोकुल में मत ना जाईये रे काले,
गुजरा की गाल।।
मैं समझाऊ हाथ जोड़कै,
तू मत ना जाईए फेर मोड़ कै,
मत गोपियां तै बतलाईए रै काले,
सखियां की ढाल,
गोकुल में मत ना जाईये रे काले,
गुजरा की गाल।।
रामहेर शर्मा का यो कहना,
प्रेम भाव से मिलकर रहना,
तू गीत सूरीले गाईए रै काले,
संता की ढाल,
गोकुल में मत ना जाईये रे काले,
गुजरा की गाल।।
गोकुल में मतना जाईए रे काले,
गुजरा की गाल।।
गायक – नरेन्द्र कौशिक जी।
Upload – Hannu Dangi