थारो धाम से प्यारो,
कोई धाम नही है दूजो,
माजीसा रा परचा भारी जग में,
थारो धाम से प्यारो,
कोई धाम नही है दूजो,
भटियाणी माजीसा,
जसोल री धनियारी,
मै आया थारे द्वार,
माजीसा दर्शन दे दीजो।।
तर्ज-हरियाला बन्ना ओ नादान।
माजीसा म्हारी थारे,
दुखिया आवे,
दुखियारा थे तो दुखड़ा मिटावो,
सोनी के गयो ऐ माजीसा म्हारी ऐ,
थारे हाथा सु चढ़ाउ,
चांदी रो छत्र लाया ऐ,
भटियाणी माजीसा,
जसोल री धनियारी,
मै आया थारे द्वार,
माजीसा दर्शन दे दीजो।।
भक्ता पर थे तो,
राखो छाया,
सगळा भक्ता रे थे मनडे भाया,
सगळा भक्ता रे थे मनडे भाया,
जोधाने गयो ऐ माजीसा म्हारी ए,
थाने हाथा सु ओढाउ,
माजीसा रे चुनर लाया ऐ,
भटियाणी माजीसा,
जसोल री धनियारी,
मै आया थारे द्वार,
माजीसा दर्शन दे दीजो।।
थारो धाम से प्यारो,
कोई धाम नही है दूजो,
माजीसा रा परचा भारी जग में,
थारो धाम से प्यारो,
कोई धाम नही है दूजो,
भटियाणी माजीसा,
जसोल री धनियारी,
मै आया थारे द्वार,
माजीसा दर्शन दे दीजो।।
स्वर & लिरिक्स – पिंकी गहलोत।
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