स्वागत है माँ भगवती,
स्वागत है तुम्हारा,
हाथ जोड़ स्वागत करे,
परिवार हमारा
स्वागत हैं मां भगवती,
स्वागत है तुम्हारा।।
कब से मन में आस थी,
ये दिन आएगा,
जिस दिन हर कोई रूबरू,
तुझको पाएगा,
आज हुआ हासिल हमें,
दर्शन का नज़ारा,
स्वागत हैं मां भगवती,
स्वागत है तुम्हारा।।
ज्योत जगाई भाव से,
दरबार सजाया,
जितना हमसे हो सका,
तेरा द्वार सजाया,
ख़ुशियों का मौक़ा यूँ ही,
देना दोबारा,
स्वागत हैं मां भगवती,
स्वागत है तुम्हारा।।
माँ बच्चों के बीच की,
दूरी मिट जाए,
बस इतना चाहा सदा,
माँ घर में आए,
गदगद है ‘साहिल’ बड़ा,
मैया ने दुलारा,
स्वागत हैं मां भगवती,
स्वागत है तुम्हारा।।
स्वागत है माँ भगवती,
स्वागत हैं तुम्हारा,
हाथ जोड़ स्वागत करे,
परिवार हमारा
स्वागत हैं मां भगवती,
स्वागत है तुम्हारा।।
स्वर – निधि साहिल।
गीतकार – प्रदीप साहिल।