महादेवी का ये दरबार,
दीवाना जग को करे,
आदि शक्ति का माँ अवतार,
दीवाना जग को करे।।
कभी सती कभी पार्वती हो,
त्रेता युग की सीता तुम्ही हो,
तेरी शक्ति का तेज अपार,
दीवाना जग को करे।।
कई दानव कई असुर संघारे,
जिनसे देवता युद्ध में हारे,
दुर्गे मैया की जय जयकार,
दीवाना जग को करे।।
माँ को भजलो ‘लकी’ ‘निरंजन’,
नौ दिन करलो पूजन वंदन,
नवरात्री का ये त्यौहार,
दीवाना जग को करे।।
महादेवी का ये दरबार,
दीवाना जग को करे,
आदि शक्ति का माँ अवतार,
दीवाना जग को करे।।
गायक – उदय लकी सोनी।
( 9131843199 )
गीतकर – निरंजन सेन।