झुकता चरणों में जग ये सारा है,
झुकता चरणों में जग ये सारा है,
तेरा दरबार बड़ा प्यारा है,
तेरा दरबार बडा प्यारा है।bd।
तर्ज – दिल ना तोड़ोगे कसम।
तेरी महिमा ना कोई जाने माँ,
तेरे दर पे मिले ठिकाना माँ,
मुझको भी तेरा ही सहारा है,
झुकता चरणों में जग ये सारा है,
तेरा दरबार बडा प्यारा है।bd।
मैया तेरा ही बस पुजारी हूँ,
निर्बल अज्ञान मैं भिखारी हूँ,
करके माँ ध्यान तुझे पुकारा है,
झुकता चरणों में जग ये सारा है,
तेरा दरबार बडा प्यारा है।bd।
कहीं माँ दुर्गा कहीं काली है,
बना दो बिगड़ी ये सवाली है,
बिगड़ी लाखों की तू सँवारी है,
झुकता चरणों में जग ये सारा है,
तेरा दरबार बडा प्यारा है।bd।
झुकता चरणों में जग ये सारा है,
झुकता चरणों में जग ये सारा है,
तेरा दरबार बड़ा प्यारा है,
तेरा दरबार बडा प्यारा है।bd।
गायक – संगीत पांडेय प्रयागराज।