था बिन म्हारी श्याम,
कुण लाज बचाव रे,
लाज बचाव रे श्याम,
कुण हिवड़े लगाव रे,
थां बिन म्हारी श्याम,
कुण लाज बचाव रे।।
नाव है छोटी, छोटो माँझी,
खाय रहयो हिचकोले,
कठे छिपयो है श्याम बिहारी,
क्यूँ ना अखियाँ खोले,
मुझ गरीब की नैया ने,
कुण पार लगाव रे,
था बिण म्हारी श्याम,
कुण लाज बचाव रे।।
तेरो टाबर होकर बाबा,
क्यूँ इतनो दुःख पाऊँ,
जितनो सताले जी म थारी,
चौखट से ना जाऊँ,
‘ओम’ के साँची प्रीत को यो ही,
न्याय चुकाव रे,
था बिण म्हारी श्याम,
कुण लाज बचाव रे।।
म्हारा बाबा श्याम धणी तो,
लखदातार कुहावे है,
भक्ता की ते झोली भरते,
भव से पार लगावे है,
नैया म्हारी श्याम,
कुण पार लगावे रे,
था बिण म्हारी श्याम,
कुण लाज बचाव रे।।
था बिन म्हारी श्याम,
कुण लाज बचाव रे,
लाज बचाव रे श्याम,
कुण हिवड़े लगाव रे,
थां बिन म्हारी श्याम,
कुण लाज बचाव रे।।
Singer – Sanjeev Sharma
Submited By – Anant Goenka