जीमो जीमो जी सांवरिया सरकार,
जिमावे थारा टाबरिया।।
तर्ज – थे तो आरोगो नी मदन गोपाल।
छप्पन भोग छतीसी मेवा,
धरयो चूरमो खीर,
बेगा आकर भोग लगा जा,
मनडो हुयो अधीर,
थारी घणी रे करा जी मनुहार,
जिमावे थारा टाबरिया।bd।
पर्दा करके पंखा डोला,
जद थे भोग लगाओ,
क्यों शरमाओ सांवरिया थे,
काहे वार लगाओ,
ऐड़ी ठा ठा के निहारा थारी बाट,
जिमावे थारा टाबरिया।bd।
‘अभि’ की झोपड़ियां मे भी,
आजा इक ब श्याम,
रूखा सूखा धरया जो घर में,
चख जा इक ब श्याम,
खुलजै सोयाडा रा बाबा म्हारा भाग,
जिमावे थारा टाबरिया।।
करे ‘अर्चना संजू’ थारी,
श्याम पधारो आप,
लीले चढ़ कर जद आवलो,
सर पे धरोगा हाथ,
म्हारा तर जावे सारा परिवार,
जिमावे थारा टाबरिया।।
जीमो जीमो जी सांवरिया सरकार,
जिमावे थारा टाबरिया।।
Singer – Sanjeev Sharma
8929155449