द्वार पे द्वार पे,
दादा द्वार पे रे,
तेरे द्वार पे रे,
आये हर पूनम पे,
तेरे द्वार पे रे,
है आये पार्श्व भैरव दरबार में रे,
चाली किस्मत की गाड़ी रफ्तार में रे,
द्वार पे द्वार पे,
दादा द्वार पे रे,
तेरे द्वार पे रे,
आए हर पूनम पे,
तेरे द्वार पे रे,
हो बोलो पारस प्रभु की जय,
जय बोलो भैरव देव की जय।।
तर्ज – शेरमा शेरमा।
हो पार्श्व भैरव की शान निराली,
जाता न कोई द्वार से खाली,
द्वार से खाली तेरे द्वार से खाली,
पल में बदल देता किस्मत की रेख रे,
एक बार नाकोड़ा जाकर तू देख ले,
जाकर तू देख जरा जाकर तू देख,
है झोली भरती है इनके द्वार पे रे,
चाली किस्मत की गाड़ी रफ्तार में रे,
द्वार पे द्वार पे,
दादा द्वार पे रे,
तेरे द्वार पे रे,
आए हर पूनम पे,
तेरे द्वार पे रे।।
हो दादा तेरे भक्तो का जग में नही तोड़ है,
एक नही भक्त तेरे लाखो करोड़ है,
लाखो करोड़ भक्त लाखो करोड़ है,
नाकोड़ा आने की भक्तो में होड है,
दादा इस दुनिया मे तू तो बेजोड़ है,
तू तो बेजोड़ दादा तू तो बेजोड़ है,
है छाई भक्ति की बहार तेरे द्वार पे रे,
द्वार पे द्वार पे,
दादा द्वार पे रे,
तेरे द्वार पे रे,
आए हर पूनम पे,
तेरे द्वार पे रे।।
हो नाकोडा वाले हमको तेरा सहारा,
नवीन प्रदीप का ये जीवन सँवारा,
जीवन सँवारा तुमने जीवन सँवारा है,
जन्मोजनम का है ये रिस्ता हमारा है,
दिलबर कहे सच्चा साथ तुम्हारा है,
है हम आते रहे तेरे द्वार पे रे,
द्वार पे द्वार पे,
दादा द्वार पे रे,
तेरे द्वार पे रे,
आए हर पूनम पे,
तेरे द्वार पे रे।।
द्वार पे द्वार पे,
दादा द्वार पे रे,
तेरे द्वार पे रे,
आये हर पूनम पे,
तेरे द्वार पे रे,
है आये पार्श्व भैरव दरबार मे रे,
चाली किस्मत की गाड़ी रफ्तार में रे,
द्वार पे द्वार पे,
दादा द्वार पे रे,
तेरे द्वार पे रे,
आए हर पूनम पे,
तेरे द्वार पे रे,
हो बोलो पारस प्रभु की जय,
जय बोलो भैरव देव की जय।।
गायिका – पायल राणावत मुम्बई।
रचनाकार – दिलीप सिंह सिसोदिया ‘दिलबर’।
नागदा जक्शन म.प्र. 9907023365