सँभालेगा सँभालेगा,
मुझे तू ही संभालेगा,
तू हारे का सहारा है,
मेरी विपदा भी टालेगा।।
घिरा तूफ़ान में हूँ मैं,
मगर पूरा भरोसा है,
मेरी पतवार थामेगा,
समन्दर जब उछालेगा,
सँभालेगा सँभालेगा,
मुझे तू ही सँभालेगा।।
मेरी गुस्ताख़ियों की तू,
पिता बनकर सज़ा देगा,
ज़रा सी चोट देकर तू,
कलेजे से लगा लेगा,
सँभालेगा सँभालेगा,
मुझे तू ही सँभालेगा।।
वही ‘साहिल’ हूँ मैं जिसको,
तेरी बेहद ज़रूरत है,
ग़लत-फ़हमी है ये सबकी,
अकेला ही निभा लेगा,
सँभालेगा सँभालेगा,
मुझे तू ही सँभालेगा।।
सँभालेगा सँभालेगा,
मुझे तू ही संभालेगा,
तू हारे का सहारा है,
मेरी विपदा भी टालेगा।।
Singer – Nidhi Sahil
Lyrics – Pradeep Sahil