तेरा करा कीर्तन आज,
एक बै आ जाईयो बालाजी।।
तेरी जोत जगाई,
धर के लाल लंगोट मनै,
लाया देसी घी में,
सवामणि का रोट मनै,
हो करकै नै सविकार,
भोग लगा जाइयो बालाजी।।
आओ मेहंदीपुर का धाम,
पवनसुत छोड़ कै,
सुनो विनती मेरी कह रहा,
हाथ जोड़ कै,
भगता मै मेरा भी नाम,
लिखा जाइयो बालाजी।।
तेरा राम नाम तै,
सजरा सै दरबार हो,
तेरे दर्शन खातर बैठे सै,
नर नार हो,
बोल कै जय श्री राम,
गदा घुमा जाइयो बालाजी।।
करै डांगी तेरी महिमा का,
बखान हो,
तेरा बिट्टू भी यो लाए,
बैठा ध्यान हो,
कौशिक पै पवनकुमार,
रंग बरसा जाइयो बालाजी।।
तेरा करा कीर्तन आज,
एक बै आ जाईयो बालाजी।।
गायक – श्री नरेंद्र कौशिक जी।
प्रेषक – हन्नू डांगी।
9953806362