बाबा तेरे चरणा में,
हो स्वर्ग का एहसास।।
हे शंकर के अवतारी,
इस जग में छाप तुम्हारी,
रहू बनकै तेरा पुजारी,
हो जब तक धड़ में साँस।।
तू सबका दुखडा हरता,
जो जय श्री राम सुमरता,
भगता की झोली भरता,
तू पूरी करता आस।।
तेरे मन में राम समाए,
तुम भरत समान बताए,
बिन मांगे सब कुछ पाए,
जो लावे सै दरखास।।
आज कौशिक तने रिझावे,
बाबा तेरे दर्शन चावे,
डांगी क्यू घबरावे,
जब सतगुरु बैठे पास।।
बाबा तेरे चरणा में,
हो स्वर्ग का एहसास।।
गायक – श्री नरेंद्र कौशिक जी।
प्रेषक – हन्नू डांगी।
9953806362