ग्यारस का त्यौहार है,
गाड़ी खड़ी या तैयार है,
इबके खाटू जाना बाबू,
बेशक हो तकरार सै।।
तर्ज – जिया बेकरार है।
खाटू आला बाबा मेरे,
हरदम साथ निभावें सै,
हरदम साथ निभावें सै,
हर मुश्किल में सेठ सावरा,
गेल खड़ा यो पावे सै,
गेल खड़ा यो पावे सै,
माया अपरंपार सै,
सच्ची या सरकार सै,
इबके खाटू जाना बाबू,
बेशक हो तकरार सै।।
तीन बाण का धारी देखो,
सबके साटे साटे सै,
सबके साटे साटे सै,
एक बे झोली करले बाबू,
भर भर बुकटे बाटे सै,
भर भर बुकटे बाटे सै,
ना होवन देवे हार सै,
बाबा लख दातार सै,
इबके खाटू जाना बाबू,
बेशक हो तकरार सै।।
‘सरवर’ का भी नम्बर आ गया,
इबके खाटू जाने का,
इबके खाटू जाने का,
श्याम कुंड में मारु गोता,
जी भर के ने नहवाण का,
जी भर के ने नहवाण का,
खुला यो दरबार सै,
बेशक हो इनकार सै,
इबके खाटू जाना बाबू,
बेशक हो तकरार सै।।
ग्यारस का त्यौहार है,
गाड़ी खड़ी या तैयार है,
इबके खाटू जाना बाबू,
बेशक हो तकरार सै।।
Singer – Sarwar Bhardwaj
9996899599