अमीनाथ दुखियों का सहारा,
सब देवों में न्यारा सै,
कोलेखां में संकट काटे,
बाबा समाधि आला रे।।
शनिवार और अंतवर ने,
भीड़ लगे से भारी र,
भोग लगावे दूध चढ़ावे,
गाम कि सब नर नारी र,
दूर करे लाचारी र,
यू बनया ईसा रखवाला र,
कोलेखां में संकट काटे,
बाबा समाधि आला रे।।
ओप्री और पराई न यू,
ना काटन में देर करे,
भगतां यो बनया हिमाती,
पसुआ पे भी मेहर करे,
कोलेखां मैं लेके समाधि,
अंधेर में क्रया उजला से,
कोलेखां में संकट काटे,
बाबा समाधि आला रे।।
अर्जरुदीन कोलेखां केहरया,
तेने कह भंडारी हो,
राम कह कोई श्याम कह,
तेने कोई कह भंडारी हो,
बलविंद्र कोलेखां कहरा,
तू सच्चा न्याकारी हो,
श्रद्धा ते तेरे भजन बनावे,
सतपाल ढूंढवे आला र,
कोलेखां में संकट काटे,
बाबा समाधि आला रे।।
अमीनाथ दुखियों का सहारा,
सब देवों में न्यारा सै,
कोलेखां में संकट काटे,
बाबा समाधि आला रे।।
Singer – Balvinder.Kolekhan
8570014901