सांचा तेरा नाम तेरा नाम,
दोहा – कृष्ण राधा एक है,
मिलकर हरते ताप,
राधा कृष्ण रटते रहो,
मिट जायें सब पाप।
सांचा तेरा नाम तेरा नाम,
तू ही बनाए बिगड़े काम।।
तेरा करम है एक समंदर,
जिसका नहीं किनारा,
दूर हुई हर मुश्किल उसकी,
जिसने तुझे पुकारा,
तेरे नाम का जाप करूं मैं,
क्या सुबह क्या शाम,
तू ही बनाए बिगड़े काम।।
भटके हुए बंदों को मालिक,
सीधी राह दिखा दे,
हर घर के सुने आंगन में,
प्यार का फूल खिला दे,
देता है तू राहत सबको,
बिन मांगे बिन दाम,
तू ही बनाए बिगड़े काम।।
साँचा तेरा नाम तेरा नाम,
तू ही बनाए बिगड़े काम।।
स्वर – अनुराधा जी पौडवाल।
प्रेषक – डॉ सजन सोलंकी।
9111337188