ढूंढे कहाँ सारा जहाँ,
देख जरा बैठा यहाँ,
तेरे दिल में बाबोसा,
ये बोले बाईसा,
तेरे दिल मे बाबोसा,
तन में भी मन में भी,
जीवन के हरपल में,
साथ रहते बाबोसा,
ये बोले बाईसा,
तेरे दिल मे बाबोसा।।
तर्ज – यहाँ वहां जहाँ तहाँ।
जिस घट में हो बाबोसा,
वहाँ ख़ुशियो की लहर छाई,
ख़ुशियो की लहर छाई,
दुख संकट कभी पास न आवे,
बाबोसा करे सहाई,
बाबोसा करे सहाई,
ध्यान धरे उसे पार करे,
जिसने प्रीत लगाई,
सच्चा है दातार यही,
हर विपदा इसने मिटाई,
विपदा बाबोसा ने मिटाई,
ऐसा ये कमाल करे,
भक्तो को निहाल करे,
सदा खुशहाल करे ये,
अपने बाबोसा,
ये बोले बाईसा।।
कलयुग का अवतारी इसमे,
गजब की है शक्ति,
गजब की है शक्ति,
मन मंदिर में ज्योत जलाकर,
करो इनकी भक्ति,
करो इनकी भक्ति,
जीवन नैया सौप दो इसको,
यही तरने की युक्ति,
दिव्य शक्ति ये देवलोक की,
क्या नही कर सकती,
भक्तो ये क्या नही कर सकती,
बाबोसा ये चूरू वाला,
भगतो का रखवाला ,
‘दिलबर’ ये दिलवाला,
अपने बाबोसा,
ये बोले बाईसा।।
ढूंढे कहाँ सारा जहाँ,
देख जरा बैठा यहाँ,
तेरे दिल में बाबोसा,
ये बोले बाईसा,
तेरे दिल मे बाबोसा,
तन में भी मन में भी,
जीवन के हरपल में,
साथ रहते बाबोसा,
ये बोले बाईसा,
तेरे दिल मे बाबोसा।।
गायिका – अपेक्षा पामेचा।
रचनाकार – दिलीप सिंह सिसोदिया ‘दिलबर’।
नागदा जक्शन म.प्र. 9907023365
प्रेषक – श्री अजय जी गोलछा हैदराबाद।