चूरू वाले का सर पे जो हाथ है,
भक्तो डरने की फिर क्या बात है।।
जग में बाबोसा है ये दयालु बड़ा,
अपने भक्तो के संग ये तो हरपल खड़ा,
ये रहता हमेशा ही साथ है,
भक्तो डरने की फिर क्या बात है।।
अपने भक्तो के आगे खड़ा बनके ढाल,
सर पे आई मुसीबत को देता ये टाल,
देता खशियो की ये सौगात है,
भक्तो डरने की फिर क्या बात है।।
सुख दुख का ये साथी तेरा सच्चा है यार,
अपने भक्तो से करता है सदा ही ये प्यार,
तेरे सामने रहता दिन रात है,
भक्तो डरने की फिर क्या बात है।।
तेरे हर एक पल की है उसको खबर,
फिर क्यो चिंता करे क्यो करे तु फिकर,
दिलबर करता है ये करामात है,
श्रेया डरने की फिर क्या बात है।।
चूरू वाले का सर पे जो हाथ है,
भक्तो डरने की फिर क्या बात है।।
गायिका – श्रेया रांका भीलवाड़ा।
रचनाकार – दिलीप सिंह सिसोदिया ‘दिलबर’।
नागदा जक्शन म.प्र. 9907023365
प्रेषक – श्री अजय गोलछा हैदराबाद।