खोले बंद किस्मत का ताला,
भेरुजी झांतला वाला,
झांतला वाला वो,
भैरू लागो रूपाला,
खोलें बंद किस्मत का ताला,
भेरुजी झाॅतला वाला।।
सूरज सामी मंदिर प्यारो,
लागे माने घणो रूपालो,
मंदिर माही पोडण वालों,
भेरुजी मारो मतवालों,
माता कंकाली रा लाला,
भेरुजी झाॅतला वाला।।
बाटी बाकला रो भोग लगसवा,
भेरुजी थाके सरणे आवा,
बाटी बाकला रो भोग लगावा,
भेरुजी थाके सरणे आवा,
रोटी रूजक देबा वाला,
भेरुजी झाॅतला वाला।।
संग माही उदल को मंदिरियो,
गणु रुपालो उभी बणीयो,
संग माही उदल को मंदिरियो,
गणु रुपालो उभी बणीयो,
देवजी के संग में रेबाला,
भेरुजी झाॅतला वाला।।
लिखे लेखनी कानु कांकर,
भजन सुनावे सरणे आकर,
लिखे लेखनी कानु कांकर,
भजन सुनावे सरणे आकर,
मारे मन में रेबाला,
भेरुजी झाॅतला वाला।।
खोले बंद किस्मत का ताला,
भेरुजी झांतला वाला,
झांतला वाला वो,
भैरू लागो रूपाला,
खोलें बंद किस्मत का ताला,
भेरुजी झाॅतला वाला।।
गायक – कन्हैयालाल कांकर।
प्रेषक – नंदकिशोर प्रजापत।
8239184571