भाटी कुल में आया माजीसा,
राठौड़ में परणाया,
राज दमामी रो वचन निभावन,
कलयुग माही आया।।
जसोल गढ़ में आप विराजो,
साथ बाया संग लाया,
हेलो सुनने हाजिर होईजो,
संग सवाई सिंह लाया।।
गांव गांव में देवल आप रो,
घर-घर पूजा भारी,
आस एक आप री है,
मोतियोंवाली आस पुराई।।
पैदल पैदल आवे जातरु,
माजीसा कष्ट मिटावे,
कलियुग माही एक आसरो,
जसोल अर्ज लगावें।।
कुल री लाज राखो माजीसा,
शरण आपरी आया,
दीन दुखिया री अर्ज सुण,
माजीसा पधारिया।।
सांचों देवल गाव फींच में,
उमेद अर्ज लगावें,
अशोक पंडित दुर्गाशंकर,
माजीसा लाज बचावे।।
भाटी कुल में आया माजीसा,
राठौड़ में परणाया,
राज दमामी रो वचन निभावन,
कलयुग माही आया।।
लेखक – अशोक पंडित फींच।
9166382292