आवो म्हारा सांवरिया,
म्हारे घरा भी पधारों सा,
घरा भी पधारों,
मारे आंगने पधारों सा,
आओ मारा साँवरिया,
मारे घरा भी पधारों सा।।
आवो मारा सांवरिया,
थाके चंवर ढूलावा सा,
चंवर ढुलावा थाका,
लाड़ लडा़वा सा,
आओ मारा साँवरिया,
मारे घरा भी पधारों सा।।
आवो मारा सांवरिया,
थाके भोग लगावा सा,
भोग लगावा थाके,
जीमणो जीमावा सा,
आओ मारा साँवरिया,
मारे घरा भी पधारों सा।।
गढ़ मंडफिया चितौड़ धरा सु,
सांवरिया पधारिया सा,
सांवरिया पधारिया संग,
राधा जीं ने लाया सा,
आओ मारा साँवरिया,
मारे घरा भी पधारों सा।।
आवो आवो मारा सांवरिया,
थाके आसन लगावा सा,
आसन लगावा थाके,
आप ने मनावा सा,
आओ मारा साँवरिया,
मारे घरा भी पधारों सा।।
आवो म्हारा सांवरिया,
म्हारे घरा भी पधारों सा,
घरा भी पधारों,
मारे आंगने पधारों सा,
आओ मारा साँवरिया,
मारे घरा भी पधारों सा।।
स्वर – हेमलता वैष्णव।
प्रेषक – सुभाष चंद्र शर्मा।
998371975