जिसको मेरे बाबा श्याम का,
दीदार हो जाए,
मैं सच कहता हूँ उसका बेड़ा,
पार हो जाए।।
तर्ज – दिल दीवाने का।
बाबा से करले यारी,
ये छोड़ दे दुनिया सारी,
ये दुनिया काम न आए,
बाबा ही पार लगाए,
मतलब की है ये दुनिया,
एतबार हो जाए,
मैं सच कहता हूँ उसका बेड़ा,
पार हो जाए।।
मतलब के रिश्ते नाते,
कोई भी काम न आए,
जब संकट कोई सताए,
मेरे बाबा साथ निभाए,
मेरे खाटू वाले बाबा का,
जो यार हो जाए,
मैं सच कहता हूँ उसका बेड़ा,
पार हो जाए।।
हारे का ये है सहारा,
मेरा बाबा खाटू वाला,
‘शिव शर्मा’ तुम्हे पुकारे,
आ जाओ श्याम हमारे,
मेरे खाटू वाले बाबा की,
जयकार हो जाए,
मैं सच कहता हूँ उसका बेड़ा,
पार हो जाए।।
जिसको मेरे बाबा श्याम का,
दीदार हो जाए,
मैं सच कहता हूँ उसका बेड़ा,
पार हो जाए।।
गायक – शिवजीत शर्मा।
9802242932