धरती सज गई सज गया अंबर,
नशा अजब सा छा गया,
लो मेला आ गया,
लों मेला आ गया।bd।
श्याम धणी ने लिखी है चिट्ठी,
हम भक्तों के नाम जी,
न्योता भेजा है हम सबको,
बुलाया अपने धाम जी,
खुश किस्मत वो जिसको बुलावा,
श्याम धणी का आ गया,
लों मेला आ गया,
लों मेला आ गया।bd।
रंग रंगीले मेले के,
बचे है बाकी चार दिन,
रहा नहीं जाता है बाबा,
अब तेरे दीदार बिन,
श्याम तुम्हारा जादू मेरे,
दिल पे ऐसा छा गया,
लों मेला आ गया,
लों मेला आ गया।bd।
भक्तों के संग मिलके माधव,
हमको धूम मचाना है,
एक साल तक भी ना उतरे,
ऐसा रंग लगाना है,
श्याम धनी भी सोचे कि भाई,
कैसा रंग लगा गया,
लों मेला आ गया,
लों मेला आ गया।bd।
धरती सज गई सज गया अंबर,
नशा अजब सा छा गया,
लो मेला आ गया,
लों मेला आ गया।bd।
Singer – Reshmi Sharma
Lyrics – Abhishek Madhav Sharma