मेरे दिल में बस गया माँ,
बेरी आली का नाम,
धरती ऊपर स्वर्ग बणया से,
मेरी मां का धाम।।
बीच भवन मेरी मात विराजे,
घंटे मां के चौरासी बाजे,
गल में साजे जय हो जय हो,
गल में साजे माल मात की,
सुंदर छवि महान,
धरती ऊपर स्वर्ग बणया से,
मेरी मां का धाम।।
मां के से दो भवन निराले,
सब दुनिया के देख भाले,
दर्शन पाले जय हो जय हो,
दर्शन पाले मात मेरी के,
होज्यागा कल्याण,
धरती ऊपर स्वर्ग बणया से,
मेरी मां का धाम।।
मैया रानी भाग जगावे,
जो भी जा अरदास लगावे,
भरके ल्यावे जय हो जय हो,
भरके ल्यावे झोली जिसकी,
खाली हो तमाम,
धरती ऊपर स्वर्ग बणया से,
मेरी मां का धाम।।
अमित शर्मा रहवे शरण में,
आशीष का से ध्यान चरण में,
श्री कुलदीप शर्मा जय हो जय हो,
कुलदीप शर्मा भक्ति करते,
मां की सुबह शाम,
धरती ऊपर स्वर्ग बणया से,
मेरी मां का धाम।।
मेरे दिल में बस गया माँ,
बेरी आली का नाम,
धरती ऊपर स्वर्ग बणया से,
मेरी मां का धाम।।
गायक – आशीष कौशिक।
8708684936
लेखक – अमित शर्मा।
प्रेषक – सागर।
8168000311