खाटू में रंगों की बौछार है,
दोहा – खाटू नगर के बीच में,
बण्यों आपको धाम,
फागुण शुक्ल मेला भरे,
जय जय बाबा श्याम।
खाटू में रंगों की बौछार है,
नीले घोड़े पे आए सरकार है।।
फागुण का ये मेला कितना सुंदर सजा,
प्रेम मेले में सांवरिया लुटाने लगा,
अपने भक्तों को देते वरदान है,
नीले घोड़े पे आए सरकार है,
खाटु में रंगो की बौछार हैं,
नीले घोड़े पे आए सरकार है।।
रंग होली का सांवरे पे चढ़ने लगा,
श्याम जी पे गुलाल अब उड़ने लगा,
पिचकारी भर भर सब मारे है,
नीले घोड़े पे आए सरकार है,
खाटु में रंगो की बौछार हैं,
नीले घोड़े पे आए सरकार है।।
प्रेमियों संग ‘गुप्ता’ भी आने लगा,
फूलों से सांवरिया मेरा सजने लगा,
इतरो से महके सारा दरबार है,
नीले घोड़े पे आए सरकार है,
खाटु में रंगो की बौछार हैं,
नीले घोड़े पे आए सरकार है।।
खाटु में रंगो की बौछार हैं,
नीले घोड़े पे आए सरकार है।।
Singer/ Lyricist – Lakshya Gupta
(Dewas, M.P.)