सिर पे पगड़ी राजस्थानी,
बागो रंग केसरिया,
बनडो जिसो बाबो लागे,
बनडो जिसो बाबो लागे,
लागे नहीं नजरिया,
सर पे पगडी राजस्थानी,
बागो रंग केसरिया।bd।
तर्ज – नगरी नगरी द्वारे द्वारे।
माथे केसर तिलक लगाए,
अखिया है कजरारी,
अखिया है कजरारी,
नीले पे सज धज के बैठा,
तीन बाण का धारी,
तीन बाण का धारी,
खाटू के मंदिर में बैठा,
खाटू के मंदिर में बैठा,
मुस्काए सांवरिया,
सर पे पगडी राजस्थानी,
बागो रंग केसरिया।bd।
दुनिया के देवों से अलग है,
सुंदर श्याम हमारा,
सुंदर श्याम हमारा,
हार के जो आया खाटू में,
देता उसे सहारा,
देता उसे सहारा,
कण कण पे नजरे है इसकी,
कण कण पे नजरे है इसकी,
सबकी रखे खबरिया,
सर पे पगडी राजस्थानी,
बागो रंग केसरिया।bd।
जो शरणागत रहे श्याम की,
वो दुख से नहीं रोए,
वो दुख से नहीं रोए,
कमी रहे ना कोई उसको,
सुख की सेज पे सोए,
सुख की सेज पे सोए,
श्याम कृपा ‘बेधड़क’ बरसती,
श्याम कृपा ‘बेधड़क’ बरसती,
बन सावन की बदरिया,
सर पे पगडी राजस्थानी,
बागो रंग केसरिया।bd।
सिर पे पगड़ी राजस्थानी,
बागो रंग केसरिया,
बनडो जिसो बाबो लागे,
बनडो जिसो बाबो लागे,
लागे नहीं नजरिया,
सर पे पगडी राजस्थानी,
बागो रंग केसरिया।bd।
Singer – Himanshu Soni
Lyrics – Pappu Ji Bedhadak