श्याम पिया जी खेलो रंग,
के होली आई,
रंग खेलण ने चालो संग,
के होली आई।।
फागण सुहानो बाबा,
बित्यो ही जावे,
खाटू ना आ पाउतो,
जी दुख पावै,
मन मे छाई हैं बड़ी उमंग,
के होली आई।।
रींगस सू पैदल चलकर,
नीशाण उठावां,
चंग बजावा नाचा,
जयकार लगावां,
खूब मचास्यां हुड़दंग,
के होली आई।।
फागण को महिनों बाबा,
रंग रंगीलो,
भगतां की टोली बाबा,
मारे है हेलो,
मंदिर में बैठ्या मस्त मलंग,
के होली आई।।
खाटू की गलिया में,
केसर बरसे,
था संग होली खेलण ने,
श्याम प्रेमी तरसे,
म्हाने भी लगाल्यो अब थे अंग,
के होली आई।।
मैं तो बाबाजी थां पर,
गुलाल मलालां,
भर भर पिचकारी थां संग,
होली खेलाला,
देखकर जग हो जासी दंग,
के होली आई।।
बच्चा बूढ़ा फागण में,
दरशण ने आवे,
विनती करें है बाबा,
थाणे मनावें,
दास रविन्द्र बाबा,
फाग सुणावे,
श्याम चरणां में राखो हरदम,
के होली आई।।
श्याम पिया जी खेलो रंग,
के होली आई,
रंग खेलण ने चालो संग,
के होली आई।।
Singer & Lyrics – Ravindra Sen
9782043684