आज म्हारे आंगने,
अजमाल जी रा छावा,
घुघरू बाजे धनी रे रिमा रे जिमा।।
माता मेना दे हरि रे,
पिता अजमाल जी,
फूलड़ा में हरि अवतार लियो।।
पिछम धरा में बाबा,
बनियों थारो देवरों,
धजा फरुखे आसमान महाराज।।
आंधला आवे बाबा,
पांगला भी आवे,
कौड़ियां रि मंडली न्यारी ओ महाराज।।
आंधला ने आंख देवो,
पांगला ने पांव,
कौड़ियां रो कलंक जड़ाओ महाराज।।
दूर देशों से आवे बाबा,
आवे जातरी,
सहजोड़े नर नारी महाराज।।
हरि रे चरणों में भाटी,
हरजी बोले,
म्हारे वाना रो तिलक बधाओ महाराज।।
आज म्हारे आंगने,
अजमाल जी रा छावा,
घुघरू बाजे धनी रे रिमा रे जिमा।।
गायक – रामचन्द्र रोलण।
Upload – Ms Panwar Narnadi
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