हर दिन लड़ रयो कैस सांवरिया,
अब तो माने जिता दे रे,
मजा लेवे रे मारा लोग सांवरा,
आने जलवो दिखा दे रे।।
मात चौकी की पड़े हतकड़िया,
संवरा आने खुलादे रे,
थाक गयो मे कंठ गला सु,
संवरा आन छुड़ा दे रे।।
मारी लाइफ मे गणा हे आडा,
संवरा आन हटादे रे,
सुख का संवरा नंबर जोड़ दे,
दुख का नंबर घटा दे रे।।
अरे देख देख मारी टूटी जोपड़िया,
लोग मुलखता जावे रे,
अरे फेर यु चुप चाप यु बैठो,
संवरा यु कई छावे रे।।
अरे जंजट माया मेट संवरा,
जट पट सेठ बनादे रे,
अरे जोली खाली हे मारी जनम सु,
संवरा पार लगादे रे।।
अरे अबके मुकदमो मने जितादे,
दुख सु परे करदे रे,
अरे सपना ने साकार बनादे,
मंजिल सु मिलवादे रे।।
अरे जीवु जतरे अस्यान जीवु,
मान समान दिलाजे रे,
अरे लिख लिख यो हरियालो बतावे,
शम्भू धनगर गावे रे।।
हर दिन लड़ रयो कैस सांवरिया,
अब तो माने जिता दे रे,
मजा लेवे रे मारा लोग सांवरा,
आने जलवो दिखा दे रे।।
गायक – शम्भू धनगर।
प्रेषक – शंभू कुमावत दौलतपुरा।
9981101560